विकास सैनी एक ऐसा हौव्वा था जिससे कलपुरा और उसके आस-पास के इलाके में हर कोई खौफ खाता था। हद दर्जे का खतरनाक और घटिया आदमी, जो किसी की बहन बेटी उठवा सकता था, तो गांव की किसी औरत को अपनी कीप बनकर रहने को मजबूर भी कर सकता था। ऐसे आदमी से उसी के इलाके में पंगा लेना क्या कोई मामूली काम था, मगर मैंने लिया, क्योंकि आदत और प्रोफेशन दोनों की मजबूरी थी। लेकिन बाद में जो कुछ घटित हुआ उससे मैं पनाह मांग गया। एक वक्त वह भी आया जब मुझे लगने लगा कि कलपुरा का वह केस मेरी जिंदगी का आखिरी असाइनमेंट बनकर रह जायेगा।